बूढ़ी मां की अद्भुत कहानी | Wonderful story of old mother

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बूढ़ी मां की अद्भुत कहानी | Wonderful story of old mother                  

बूढ़ी मां की अद्भुत कहानी,Wonderful story of old mother

Wonderful story of old mother

सौरभ और उसकी मां एक गांव में रहते थे सौरभ कुछ मजदूरी करके अपनी मां का अपना पेट पालता मां बोली थी सौरभ शादी के लायक भी हो गया था सौरभ एक लड़की से प्यार करता था और उस लड़की से कुछ दिन बाद शादी भी कर ली शादी के बाद उसकी मां को ज्यादा तकलीफ होने लगी क्योंकि उसकी बहू उसका उतना ख्याल नहीं रखती थी जितना शादी से पहले उसका बेटा अपनी मां का ख्याल रखता था शादी के बाद अपनी पत्नी के ऊपर छोड़ दिया अपनी मां का ख्याल रखने के लिए लेकिन उसकी बहू कुछ अलग टाइप की थी इसीलिए सौरभ की मां को स्वरूप की शादी के बाद ज्यादा ही तकलीफ होने लगी सौरभ की मां भी अपने बेटे से कुछ भी नहीं कहती थी अपनी बहू के बारे में क्योंकि उसका इकलौता बेटा था उसको डर था कि बहु के साथ झगड़ा करेगा तो मुझसे ज्यादा दुख मेरे बेटे को पहुंचेगा इसलिए बहू की हार हरकतें सहती रहती थी

Wonderful story of old mother hindi story

1 दिन सौरभ की पत्नी ने कहा अपने पति को हम दोनों शहर चलते हैं और कुछ पैसे कमाएंगे मां जी को भी भेजेंगे मां जी भी अच्छे से खा सकती है सौरभ ने कहा नहीं मां जी को अकेला छोड़ कर कैसे जा सकते हैं हमारे अलावा मांझी का कौन है मां जी के अलावा हमारा कौन है हर दिन यही बात कहती रहती थी 1 दिन उसकी मां ने सुन लिया और अपने बेटे को कहा बेटा बहुत ठीक कह रही है इस गांव में उतना कुछ काम भी तो नहीं मिलता और घर चलाने को भी मुश्किल हो रहा है तुम लोग शहर जाकर अच्छा काम करो और पैसा कमाओ मेरे लिए कुछ पैसे भेज देना खाने के लिए तुम लोग जा सकते हो बेटा ने कहा नहीं मां आप को अकेला छोड़कर नहीं जा सकते उसकी बहू ने कहा क्यों नहीं जा सकते मां की चिंता मत करो हम पैसा भेज देंगे ना

आखिर दोनों शहर चले गए 6 महीने बीत गए बेटा और बहू घर छोड़कर गए हुए लेकिन ना कोई चिट्ठी ना कोई पतरा ना कोई खबर ना कोई पैसा बेटे और बहू उस मां की याद भी नहीं कीया क्योंकि उसकी बहू ठीक नहीं थी और अपनी मां को पैसा भेजने के लिए मना करती थी अपनी मां का ख्याल नहीं रख पाया उसका बेटा
घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं था मजबूरन उसकी मां को मांग कर खाना पड़ा कभी किसी के घर जाती कभी किसी के घर जाती है मांग कर खाती रहती थी बहुत ही दुखी हुई थी बेटा पैसा भेजेगा कहता था ना कोई चिट्ठी ना कोई पतरा बूढ़ी मां रोती रहती थी
1 दिन उसी गांव में एक फिल्म की शूटिंग होने वाली थी और उस शूटिंग में एक बूढ़ी मां का एक्टिंग करने वाली एक्टर महिला बीमार पड़ गई और एक्टिंग करने के लिए आ नहीं पाई अब डायरेक्टर को लग रहा था कि ऐसी बूढ़ी मां का डर करने वाला कौन मिलेगा ढूंढ रहा था उस डायरेक्टर को उस बूढ़ी मां पर नजर पड़ी और उस बूढ़ी मां से कहा मां जी जैसा हम कहेंगे ऐसा ही कर पाओगे हम एक फिल्म बना रहे हैं उसमें हम कैसा बोलेंगे ऐसा ही आप करोगे तो हम आपको बहुत सारा पैसा देंगे

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भोजपुरी मां बहुत खुश हो गई और बेटा मैं क्या कर सकती हूं डायरेक्टर ने अच्छे से समझाया और बूढ़ी मां का रोल अच्छे से निभाया उस डायरेक्टर ने उस बूढ़ी मां को बहुत सारे पैसे दिए और अपने फिल्म में एक्टर ही बना लिया 2 साल बीत गए उसके बेटे का कोई भी अता पता नहीं था 2 साल तक तो उस बूढ़ी मां ने बहुत सारी फिल्मों में एक्टिंग करके बहुत सारा पैसा भी कमा लिया था अच्छा सा शानदार बंगला भी लिया और गेट पर सिक्योरिटी गार्ड को भी रखा हुआ था उस बूढ़ी मां का जो एक्टिंग था वह फिल्म रिलीज हुई और वह फिल्म अच्छी चली उसके बेटे और बहू ने भी उस फिल्म को देखा और अपनी मां को भी देखा उस मां की कहानी उनको पता चल गई कि अब मां के पास बहुत सारा पैसा है उसकी बहू ने अपने पति को कहा मां के पास बहुत सारा पैसा है हम शहर आकर भी कुछ भी कर नहीं पाया हमारे अलावा मां का कौन है मां के पास चलते हैं कहकर वापस गांव चले गए हाय

उसका बेटा और बहू उस बूढ़ी मां के पास आए और बूढ़ी मां रो रो कर अपने बेटे को गले लगाया और कहा इतने साल तक मेरी याद भी नहीं आई क्या बेटे तुम्हें उसके बेटे ने अपनी मां से माफी मांगी हमें माफ कर दो हमने बहुत बड़ी गलती की है मां कहकर माफी मांगने लगे और बूढ़ी मां क्या करती आखिर अपना ही इकलौता बेटा था बूढ़ी मां ने माफ कर दिया और साथ-साथ रहने लगे और अपनी मां का अच्छे से ख्याल रखने लगे।

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दोस्तों जिस मां ने जन्म दिया खिलाया पिलाया चलना सिखाया बोलना सिखाया उसे मां के साथ इस बेटे ने क्या किया अपने मां-बाप का जितना हो सकता है उतनी सेवा करना अच्छा है अपने बूढ़े मां-बाप कितने दिन रहेंगे जहां तक अपने बूढ़े मां-बाप है वहां तक जैसे हमारे मां-बाप ने हम जब छोटे थे खाना सिखाया बोलना सिखाया चलना सिखाया ऐसे ही हम भी अपने मां बाप का ख्याल रखें तो वही चाहे।


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