Beautiful girl marriage blind story with hindi खूबसूरत लड़की का विवाह अंधे के साथ हिंदी कहानी

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Beautiful girl marriage blind story with hindi  खूबसूरत लड़की का विवाह अंधे के साथ हिंदी कहानी
Beautiful girl marriage blind story with hindi  खूबसूरत लड़की का विवाह अंधे के साथ हिंदी कहानी

एक गांव में बहुत बड़ा दौलतमंद आदमी था जो कि मेहनत भी करता था धन दौलत की कोई कमी नहीं थी लेकिन उसका एक ही बेटा था लेकिन बेटा अंधा था जोकि देख नहीं सकता था उसकी शादी करने की बात तो दूर की बात है शादी के लिए किसी से बात करना भी मुश्किल था उसके मम्मी पापा जब तक है तब तक नौकर चाकर उसकी देखभाल करने के लिए रखे हुए थे कुछ दिन बाद उसके मम्मी पापा दोनों एक्सीडेंट में गुजर गए अब उसको देखने

 वाला कोई नहीं था लेकिन उसके पास धन दौलत की कोई कमी नहीं थी उस अंधे लड़के के दूर के रिश्तेदार उसके मामा उसको मिलने आए अपने भांजे को बोले तुम्हारी देखभाल हम ही लोग करेंगे हम तुम्हारे साथ ही रहेंगे उस का भांजा बोला आपका बहुत-बहुत शुक्रिया मामा जी आप मेरी देखभाल करने के लिए आए हो मुझे भी अच्छा लगा मैं सोचता था मेरा कोई नहीं है अब मुझे कोई फिक्र नहीं है अंधे लड़के के मामा जी के पूरे परिवार वहां आ गए उसके मामा की छोटी बच्ची थी उसकी मां में उसका मामा और छोटी बच्ची वहां रहने लगे थोड़े ही दिन तक अच्छी

 देखभाल की उसका मामा धीरे-धीरे चोरी करने लगा उस बंदे को तो कुछ पता ही नहीं चलता था चोरी करके करके बहुत सारा नुकसान भी कर दिया था दूसरे गांव में एक लड़की थी उस लड़की की शादी में कुछ ना कुछ प्रॉब्लम आता रहता था तीन बार उसकी शादी रद्द हो गई थी उस लड़की के मां बाप ने उम्मीद ही छोड़ दी थी कि अब हमारी बेटी की शादी किसी से होगी या नहीं अचानक उस अंधे लड़के का मामा उस गांव में गया और उस लड़की के मां-बाप को पूछा आपकी बेटी तो बहुत बड़ी हो गई है शादी हुई है या नहीं लड़की के मां-बाप बोले इससे शादी कौन करेगा तीन चार बार इसकी शादी टूट चुकी है कभी कुछ कभी कुछ होता रहा इसकी शादी अभी तक हो नहीं पाई है अंधा लड़के का मामा बोला मेरा भांजा है उसके साथ शादी करा दो पैसों की कोई कमी नहीं है ए शादी

 पक्की कर देते हैं लड़की के मां-बाप को मेरा भांजा अंधा है करके नहीं बताया था इसलिए लड़की के मां बाप मान गए उनकी शादी का दिन भी आ गया लड़की सोच रही थी है भगवान मेरी शादी का यह पांचवा शादी का बार है यह शादी कैसे भी हो जाए क्योंकि वह लड़की भी अपने रिश्तेदारों के घर पर रहती थी उसके कोई मां-बाप नहीं थे उसको हर कोई बताता था बोलता रहता था कि तेरी शादी में कुछ ना कुछ बाधा है आती रहती है तो इंसान नहीं है ऐसा वैसा बोल कर उसको तंग करते रहते थे इसलिए वह इस शादी में ऐसा कुछ ना हो भगवान से प्रार्थना करती रहती थी यह शादी अच्छे से हो जाए कुछ देर बाद लड़के वाले हैं बारात लेकर आए और लड़की बोली अपनी

 सहेलियों को थोड़ा देखकर आओ दूल्हा कैसा है दूल्हा तो बहुत ही सुंदर था काला चश्मा पहन कर आया था और दुल्हन को दुल्हन की सहेलियों ने बताया तुम्हारा दूल्हा तो बहुत ही सुंदर है उसको देख कर लड़की भी बहुत खुश हो गई सारे मंत्र पढ़े शादी हो चुकी थी सिंदूर डालते वक्त लड़के का हाथ इधर उधर जा रहा था तभी उसको डाउट हो गया था कि यह ऐसा क्यों कर रहा है यह अंधा तो नहीं फिर भी शादी कैसे भी हो गई थी दूसरे दिन उसके पति ने उसको पूछा तुम खुश तो हो ना हमारी शादी से उसकी पत्नी बोली तू अंधे से मैं शादी करके बहुत पछता रही हूं मुझे पहले ही पता होता तो अंधा है तो मैं मर जाती लेकिन तुझ से शादी कभी नहीं करती उसका पति बोला मुझे पता नहीं मामा जी ने सारी बात बता दी है मैंने कह कर मुझे समझाया था मुझे तो पता नहीं मामा ने तुम्हारे घर वालों को

 क्या बताया मुझे पता नहीं है उसके लिए मैं माफी मांगता हूं बोलो मैं क्या कर सकता हूं लड़की बोली मैं वापस चली जाती हो उसका पति बोला देखो अभी मत जाओ मामा जी क्या सोचेंगे इसके बारे में उनको पता नहीं चलना चाहिए कि हम दोनों में कुछ ऐसा हुआ है थोड़ा दिन रुको फिर चली जाना मैं मामाजी को बताऊंगा वह अपने मायके गई है दो-तीन दिन रुक जाओ दो-तीन दिन रुकी और चौथे दिन बोली मैं चली जाती हूं पति बोला ठीक है मुझे माफ कर देना मुझे पता नहीं था तुम तैयार होकर आ जाओ बोलकर बाहर बैठा हुआ था जैसे ही वह तैयार होकर बाहर आए उसके पति ने पूछा तुम तैयार होकर आ गई वह बोले हां फिर अपनी पत्नी के हाथ में कुछ पैसे दिए ठीक से जाना अपना ख्याल रखना रास्ते में कुछ भी नहीं खाना जो भी खाने की चीज है घर से ही बनाकर लेकर जाओ अपना

 ख्याल रखना मुझे माफ कर देना लड़की ने वह पैसे पकड़े और थोड़ी दूर गई पीछे उसका पति आ रहा था और लड़की अचानक गिर गई गिरने की आवाज सुनकर उसका पति घबरा गया अपनी पत्नी को उसने लगा क्या हुआ क्या हुआ चिल्ला चिल्ला कर गांव वालों को बुलाया दीजिए उसको क्या हुआ ओके यही है बात नहीं कर रही है गांव वाले आकर देखे तो उसको कुछ भी नहीं हुआ था ठीक-ठाक थी गांव वाले बोले कुछ भी नहीं हुआ है चलो बोल कर वापस चले गए फिर लड़की के मन में एक सवाल आया कि अंधा होकर भी मेरा इतना ख्याल रखता है थोड़ा सा चोट लगने से इतना सीरियस हो गया फिर लड़की बोली आज नहीं जाऊंगी कल जाओगे वह दिन वही रुक गई

 दूसरे दिन उसका मामा आया और अपने भांजे से ऐसा पूछ रहा था उसका भांजा बोला हम मामा जी कितने पैसे चाहिए उसका मामा बोला वहां से ₹4 चाहिए खेत में कुछ काम करने वाले आए हैं उनको 5000 देना है उसके जेब से 10000 लिया और अपने भांजे को बोला इसमें से 5000 ही लिया हूं वैसे तुम्हारे में ही है भांजा ठीक है मामा यह सब बातें उसकी पत्नी सुन रही थी देख रही थी घर में थोड़ा ध्यान रखने लगी शाम को उसके मम्मी आई बोली भांजे तुम तुम्हारे लिए दूध लेकर आती हूं उसकी मम्मी किचन में गई उसकी पत्नी छुप कर देख रही थी मामी ने दूध गर्म किया गिलास में डाला और दूध आधा खुद उसकी मामी ने पीलिया औरऔर बाकी पानी मिलाकर उसके अंधे पति को दे दिया तब से उसका ख्याल रखने लगी घर में इतना सारा कुछ हो रहा था इसलिए अपने घर में ही रहने लगी और पढ़ी लिखी हुई थी अपना घर का पूरा हाल-चाल उसको मालूम हो गया था और अपने पति को खाना खिलाती थी अच्छे से बात भी करने लग गई थी लेकिन उसका मामा और मामी ठीक नहीं थे इसलिए अपने घर का ख्याल

 रखने लगी हिसाब-किताब सभी दिखने लग गई थी थोड़े दिन बाद अपने मायके गई 6 घंटे बाद के बाद वापस आए तो उसके पति के मामा ने उस पर कुछ गलत बात बताएं अपने भांजे को यह बात बताई कि यह अपने मायके नहीं गई यह अच्छी लड़की नहीं है पता नहीं कहां किसके साथ में जाकर आई है बोल कर अपने भांजे को समझा कर रख लिया था वह अपने मायके नहीं गए थे वह बात तो सही है मायके जाने का बहाना करके को यह हॉस्पिटल गई थी ताकि कोई इलाज हो सके अपने पति के आंखों के लिए हॉस्पिटल से पूछताछ करने में देर हो गई थी सही बात क्या है बताओ कहां गई थी तुम करके पूछा तो वह बोली मैं हॉस्पिटल नहीं गई थी ताकि तुम्हारा आंख का कोई

 इलाज हो सके इसलिए लेट हो गई थी बोली उसका मामा बोला हमने अपने ही आंखों से किसी और के साथ देखा था भांजे इसकी बातों में नहीं आना यह लड़की अच्छी नहीं है तुम्हारा अंधेपन का फायदा उठा रही है उस दिन इतना ही होगा अपनी पत्नी को समझाया बुझाया उसकी पत्नी ने भी सारी बातें बताई तुम्हारे मामा मामी सही नहीं है घर में चोरी करते हैं तुम्हें दूध के बहाने आधा पानी पिलाते हैं ₹100 के जगह हजारों रुपए लेकर जाते हैं इतना सारा अपने पति को समझाने के बाद भी पति नहीं माना उसको लगता था मामा मामी सही है फिर से उसके मामा ने और एक इल्जाम लगाया उसकी पत्नी पर भांजे इस को घर से निकाल दो खेतों में किसी और के साथ देखा था हम लोगों ने मामा मामी दोनों ने उसको कंफ्यूज एक कर दिया फिर उसने अपने घर से अपनी पत्नी को ही निकाल दिया।

दोस्तों यह एक सच्ची कहानी है आपको पढ़ने के लिए और लगेगा लेकिन एक सच्ची कहानी है यह पार्ट कौन है पार्ट 2 में फिर मिलेंगे कहानी अभी खत्म नहीं हुई है प्लीज कमेंट लाइक शेयर जरूर करना दोस्तों

धन्यवाद
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