Dard bhari pyar ki kahani दर्द भरी प्रेम कहानी

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Dard bhari pyar ki kahani दर्द भरी प्रेम कहानी

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यह कहानी एक शहर की एक फिल्म की तरह है पूरी कहानी पढ़ने के बाद आपको समझ में आएगा अधूरी कहानी आप पढ़ते हैं तो आपको कुछ भी समझ में नहीं आएगा मेरा यह कहना है कि आप की कहानी पूरी तरह से पढ़े तो आपको कुछ समझ में आएगा और आपको पूरी तरह से सर्टिफाइड ही हो जाएगा।

अजय और अंजलि एक दूसरे से बहुत ही प्यार करते थे


लड़का अजय और अंजलि एक दूसरे से बहुत ही प्यार करते थे दोनों में से किसी का भी प्यार कम नहीं था एक दूसरे से मरते दम तक भी साथ नहीं छोड़ने का वादा किया करते थे थोड़े ही दिन बाद दोनों की मंगनी भी हो गई थी मंगनी के 1 महीने बाद लड़की बीमार पड़ गई
चल नहीं सकती थी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था उसका मंगेतर आ जाए गांव से दूर शहर में काम करता था सेटरडे शाम को हॉस्पिटल आकर अपनी मंगेतर से बातचीत करता था उसका हौसला बढ़ाता था कि जल्दी ठीक हो जाओगी


अजय जहां पर काम करता था वहां पर एक लड़की भी

 
अजय जहां पर काम करता था वहां पर एक लड़की भी थी उसके स्टाफ में वह लड़की अजय से प्यार करने लग गई थी कई बार उस लड़की ने अजय को प्रपोज भी किया लेकिन आज आए नहीं माना वह लड़की आ जाए से बहुत ही प्यार करने लग गई थी अजय को पाने के लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार थी आज आया नहीं आपने स्टॉकहोम को कहा कि ऑफिस की 3 दिन की छुट्टी है क्या मेरे साथ चलोगे उसमें अंजलि भी शामिल थी अजय ने गांव अपने घर लेकर गया और कहा यह जगह आपको कैसी लगी उसके स्टाफ लोग बहुत खुश हुए क्योंकि गांव बहुत अच्छा हरियाली पहाड़ से छाया हुआ था घर के अंदर गए वहां पर उसकी मंगेतर थी और अपने स्टाफ को


 कहा यह मेरी मंगेतर है इससे मैं बहुत ही प्यार करता हूं उसकी मंगेतर भी बोली मैं भी इनसे बहुत ही प्यार करती हूं अचानक माय बीमारी होने के कारण मैं चल नहीं सकती फिर भी अजय मेरे से बहुत ही प्यार करते हैं मेरा ठीक होने की उम्मीद कर रहे हैं इतना सुनकर अंजलि बहुत ही गुस्से में आ गई गुस्सा काबू कर नहीं पा रही थी अजय को अलग से बुलाकर अंजलि ने ले कहा तुम मुझसे प्यार करती हो क्यों ऐसा मुझमें क्या कमी है वह बीमार एक जो चल नहीं सकती हो तुम को क्या प्यार देगी तुम तो रात दिन उसके प्यार में डूबे रहते हो इतना बात सुनते ही भजन

 हमारा प्यार सच्चा है

 अंजलि को एक थप्पड़ मारा हमारा प्यार सच्चा है अंजलि 1 दिन ठीक भी हो जाएगी अभी वह चल नहीं सकती कहकर मैं उसको छोड़ दूं क्या तुम यही कहना चाहती हो ना अंजलि और उसके दोस्त वहां से चले गए तीसरे दिन अजय भी अपने काम के लिए ऑफिस शहर चला गया लेकिन वहां पर अंजलि नहीं थी जो कि उसकी स्टाफ थी जिस दिन अजय घर से निकला उसी दिन अंजलि उसके घर पर आकर उस लड़की को बहुत सारी बात बताई उसको चोट भी पहुंचाई तुम अजय को क्या प्यार दोगी वह तो तुम्हारे प्यार में डूबा हुआ है फिर भी मुझसे प्यार करता है तुम जिंदा हो इसीलिए वह मुझे बता नहीं पा रहा है लेकिन अजय मेरे से ही प्यार करता है तुम जो खड़ी हो नहीं सकती उसको क्या सुख दोगी उसके लिए तुम क्या कर सकती हो अजय की जिंदगी तुम बर्बाद कर रही हो इतना बोल कर अंजलि वहां से चली गई अजय की मंगेतर बहुत ही दुखी हुई और रोने लगी

 हम अच्छे दोस्त बन कर रह सकते हैं लेकिन

एक हफ्ता के बाद अजय घर पर आया अजय की मंगेतर बोली मेरी एक बात मानोगे अजय बोला तुम को कम करके देखो मैं एक बात क्या हर बात मानूंगा तुम्हारी अजय की मंगेतर बोली पहले मुझे वादा करो कि मेरी बात मानोगे अजय ने बोला हां ठीक है वादा करता हूं तुम्हारी बात मैं नहीं डालूंगा
अजय के मंगेतर बोली अंजली से शादी कर लो वह तुमसे बहुत ही प्यार करती है मेरा तो पता नहीं कब ठीक होगी कब चलने लगी कोई ठिकाना नहीं है हम अच्छे दोस्त बन कर रह सकते हैं लेकिन मैं तुम्हें जिंदगी नहीं दे सकती मेरे से ज्यादा प्यार अंजलि ही करती है मेरी बात मानो अजय बोला यह नामुमकिन है ऐसा कैसे सोच लिया तुमने मुझे यह बिल्कुल भी मंजूर नहीं है अजय की मंगेतर ने उस को मजबूर कर दिया कि वादा करवा कर तुम्हें शादी तो अंजलि से ही करना पड़ेगा आखिर अंजलि से शादी भी हो गई अंजलि ने अजय की मंगेतर को यह सब बताया है

 मैं तो वैसे ही जिंदा लाश हूं 

 करके किसी को भी पता नहीं था अंजलि ने भी अजय को यह सारी बातें नहीं बताई थोड़े ही दिन बाद शादी करके उसके घर पर आए जहां पर अंजलि पड़ी हुई थी अंजलि ने कहा हम तुम्हारा ख्याल रखेंगे अजय की मंगेतर ने कहा मैं तो ठीक हूं तुम लोग अपना ख्याल रखना खुश रहना 1 दिन अजय की मंगेतर अपने पापा से बात कर रही थी यह सारी बातें अजय को नहीं बताना पापा नहीं तो वह अंजलि को छोड़ देगा वैसे भी अंजलि ने सही कहा था मैं उसके लिए कुछ भी नहीं कर सकती अंजलि उसके लिए कुछ भी कर सकती है मैं तो वैसे ही जिंदा लाश हूं मेरा ठीक होने का तो कोई ठिकाना नहीं है इतना बात करते हुए आजा सामने आया अजय को लगा कि यह लोग कुछ बात छुपा

कितना अच्छा चल रहा था 

 रहे हैं तो अपनी मंगेतर से पूछा उसने कुछ भी नहीं बताया मंगेतर के पापा को पूछा उसने भी कुछ भी नहीं बताया अजय की बीवी अंजलि ने सारी बात बताई मेरे कारण है यह सब वह मुझे पता नहीं था ऐसा सब कुछ होगा मैं तो गुस्सा को काबू कर नहीं पाई तुम्हारे प्यार में इतनी दूर हुई थी कि मुझे पता ही नहीं था इसीलिए ऐसा सब कुछ हुआ अजय ने उसको एक थप्पड़ मारा और अजय ने अंजलि को कहा सबसे बेकार लड़की तू ही है इस दुनिया में कितना अच्छा चल रहा था मेरी मंगेतर जो थी अभी तक खुश थी अभी मेरे सामने ही खुश का नाटक कर रही है लेकिन हर बार रोती जा रही है मुझे इतना पता नहीं था मुझे तुम लोग कोई भी नहीं चाहिए मंगेतर ने झूठ बोला तेरे बारे में कुछ भी नहीं बताया पहले अभी शादी के बाद तुम ऐसा बोल रही हो आगे क्या करोगी मुझे पता नहीं बोलकर आज वहां से चला गया।

कुछ दिन बाद 

कुछ दिन बाद अजय का दोस्त अजय को ढूंढते हुए अजय के पास पहुंचा और उसने कहा चलो दोस्तों घर चलते हैं अजय ने कहा उस गांव में मेरे लिए कोई जगह नहीं है मुझे उस गांव से बहुत ही नफरत है मुझे उस गांव में ऑफिस नहीं जाना है उसके दोस्त ने कहा कि तुम मेरे बहुत अच्छे दोस्त हो प्लीज एक बार मेरे साथ चलो मैं तुम्हारी भलाई के लिए तुम्हारी अच्छाई की कह रहा हूं एक बार तो चलो मेरे साथ चलो अपने दोस्त की बात मानकर आओ पर्स गांव में आया उसके दोस्त ने सीधा उसकी बीवी के पापा के घर पर लेकर गया उसके पापा से मिला उसके पापा बोले अजय बेटा तुम कैसे हो अजय बोलो मैं तो ठीक हूं आप लोग कैसे हो हम लोग भी बस जी रहे हैं इतना कहकर अजय के ससुर घर के अंदर गए घर के अंदर जाते वक्त अजय ने कहा तुम्हारी बेटी को मत बुलाना प्लीज मुझे पता नहीं देखने का मन नहीं है उसको अजय का ससुर बोला मैं बुरा हूं या तुम बुलाओ कोई भी बुलाए तो वह अब नहीं


 इतना सुनते ही उसको बहुत बुरा लगा 

 आएगी ऊपर वाले ने उसको बुला लिया है अब मेरी बेटी नहीं रही तुम्हारी पत्नी भी इस दुनिया में नहीं रहे इतना सुनते ही उसको बहुत बुरा लगा और पूछा यह सब कैसे हुआ उसके ससुर ने सब कुछ बताया उसके प्यार में डूबी रहती थी लेकिन उसके पापा पूछते तो मरने से पहले एक बार मेरे पति को देखना चाहती हूं मैं जिंदा नहीं रहना चाहती हूं मैंने बहुत बड़ा गुनाह किया है अगर उनसे मिले बिना मैं मर जाऊं तो पापा शायद आपको कभी मेरा पति मिले तो उनको कहना कि मुझे माफ कर दे।


फिर उसके दोस्त ने कहा चलो अब अपने घर चलते हैं जैसे वह अपने घर चले तो वहां पर उसकी मंगेतर बिल्कुल ठीक थी चल भी पा रही थी दोनों ने मिलकर थोड़ा बातचीत भी किया और अंजली की बात भी उसके मंगेतर को पता था भगवान ने आखिर उन दोनों को तो मिला ही दिया लेकिन बीच में उसकी बी बी अंजलि उस वक्त उस दुनिया में नहीं थी।

दोस्तों कहानी यहीं पर खत्म होती है इसमें हमें क्या सीख मिलता है और हमें क्या समझ में आता है।
इस पेज को लाइक और शेयर जरूर करना दोस्तों ताकि हर किसी को इस बात का पता चले कि प्यार क्या होता है और गुस्सा क्या होता है और जिंदगी किसके हाथ में है।

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