Hindi story badmidge father in law हिंदी कहानी बदतमीज ससुर वाले

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Hindi story badmidge father in law हिंदी कहानी बदतमीज ससुर वाले

एक गांव में गरीब परिवार रहता था उसकी एक बेटी थी बेटी बहुत ही सुंदर थी लेकिन वह लोग गरीब है उस लड़की के पापा आर्मी में काम करते थे थोड़े ही दिन रिटायर्ड हो गए उसकी बेटी के लिए एक रिश्ता आया वह भी गरीब घराने का था दोनों गरीब घराने के थे इसलिए शादी की बात भी हो गई शादी की बात होने के बाद लड़के वालों ने 500000 की मांग की लड़की के पापा बोले हैं इतने सारे पैसे मैं कहां से लाकर दूंगा आपको मैं तो यह सोच रहा था

कि आपका हमारा एक ही लेवल है इसीलिए आप समझदार है सोचा था लेकिन 500000 मैं कहां से लाकर आपको दूंगा यह बात सुनकर उसकी बेटी हैरान हो गई उसी समय अपने पापा को बोला पापा मुझे शादी नहीं करनी फिर लड़के वाले 500000 नहीं होता तो चार लाख तो दहेज में देना पड़ेगा लड़की का पापा सोचा इतनी सारी बात हो गई है अगर शादी नहीं हुई तो बदनाम हो जाएगा सोच कर अपना पीएफ का पैसा पूरा निकाल कर उनको दे दिया और अपनी बेटी की शादी करवाई शादी होने के बाद धीरे-धीरे दिन गुजरते गए 1 साल बाद उसकी बेटी प्रेग्नेंट हुई

 डिलीवरी के समय उस लड़की के सास ससुर और पति उन लोगों की मांग थी कि अगर तुम्हें बेटी हुई तो तुम्हारे पापा के घर चली जाना हमें तो बेटा चाहिए वह लड़की भगवान से प्रार्थना करती रहती थी मुझे बेटा दे दो मुझे बेटा दे दो कहकर लेकिन आखिर में उसकी बेटी हुई उसके घर वाले नाराज हो गए और उसको अपने पापा के पास जाने के लिए कहा बेटी अपने पापा के घर गए सारी बातें बताएं और उसका पापा लड़के वालों के घर आकर उन लोगों से बात की शायद अगली बार आपको बेटा मिले प्लीज ऐसा मत करो हमारी बदनामी हो जाएगी लड़के वालों ने फिर

 ₹200000 की मांग की की ₹200000 आप हमें दोगे तो आपकी बेटी 1 साल तक हमारे घर रह सकती है फिर भी बेटी हुई तो अपनी बेटी को चुपचाप अपने घर ले जाना लड़की का बाप सोच में पड़ गया मेरी बेटी को अपने साथ लेकर जाऊंगा तो बदनामी होगी उसके घर वालों ने निकाल दिया होगा इसकी बेटी अच्छी नहीं रहेगी लोग ऐसा कहेंगे सोचकर ₹200000 कर्ज लेकर लड़की के ससुर वालों को दे दिया फिर से दूसरे साल भी उसकी बेटी हुई फिर तो बिना बात किए अपनी बेटी को अपने घर लेकर आया फौजी से रिटायर हो गया था उसकी पेंशन ही आती थी

बाकी कोई काम नहीं था धीरे-धीरे अपनी बेटी और दो और थी ओके देखभाल करना पड़ता था उसने वॉचमैन की नौकरी ज्वाइन की उसकी बेटी ने भी कहा पापा मैं भी कुछ करना चाहती हूं उसका पापा खोला नहीं बेटी तुम रहने दो मैं कर लूंगा उसकी बेटी बोली अगर आप साथ दोगे तो कुछ करेंगे उसका पापा बोला तुम्हारा क्या इरादा है बताओ बेटी बोली मुझे अच्छा खाना बनाना आता है रोड के साइड में छोटा सा झोपड़ी बनाकर नाश्ता खाना बनाकर उन लोगों ने रोड के फुटपाथ पर खाना बनाकर भेजना शुरू किया धीरे-धीरे दिन गुजरने लगे 1 साल के

 अंदर ही उन्होंने अपना खुद का होटल बनाया होगी काफी बड़ा बहुत बड़ा होटल बनाया कुछ दिन बाद उसके दामाद और उसके दामाद के पापा भी गांव में आए तो उसकी बेटी का नाम था होटल के बाहर वह लोग उसी होटल में खाना खाने के वहां का मालिक उसकी बेटी थी उसकी बहू ने कहा बहुत तुमने तो बहुत ही बड़ा होटल बना लिया है अब तुम हमारे घर जा सकती हो मैं तुम्हारे पापा के पास मेरे बेटे को भेज दूंगी उनकी बहू अपने बेटे की कीमत

 क्या है मुझे बताओ उसकी सांस हैरान हो गई क्यों ऐसी बात कर रही हो बहू बोली शादी के टाइम पर आप लोगों ने ₹400000 मांगे 1 साल तुम्हारे घर रहने के लिए ₹200000 मांगे अभी तुम्हें कितना चाहिए यह बताओ तुम तो अपने बेटे को बेच रही हो लेकिन में खरीदना नहीं चाहती तुम्हारे बेटे को किसी और को भेज दो मुझे किसी की जरूरत नहीं है सास उधर से चली गई।

दोस्तों यहीं पर खत्म होता है यह कहानी आपको कैसी लगी अच्छी लगी तो शेयर जरूर कीजिएगा धन्यवाद
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