दुख भरी सच्ची कहानी एक कहानी सुनकर आपको रुला देगी Sad true story listening to a story will make you cry

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दुख भरी सच्ची कहानी एक कहानी सुनकर आपको रुला देगी Sad true story listening to a story will make you cry


दुख भरी सच्ची कहानी एक कहानी सुनकर आपको रुला देगी Sad true story listening to a story will make you cry

दुख भरी सच्ची कहानी एक कहानी सुनकर आपको रुला देगी Sad true story listening to a story will make you cry

दुख  मालूम होता है जिसने दुख का सामना किया है।
यह कहानी वही समझ सकता है जिसको जिंदगी में कभी दुख हुआ हो और दुख का सामना करना पड़ा हो।

एक लड़का गांव में गरीब घर आने का था लड़का छोटा ही था 10 साल का लड़का था उसके घर में उससे बड़े भाई भी थे छोटे भाई बहन भी थे उस घर में वह जितना भी काम करता उसका बड़ा भाई उसको मारता पीटता बहुत ही तकलीफ देता अच्छा काम किया तो भी मारपीट करता बुरा काम किया तो बुरी तरह से पीटता उसके पापा घर पर नहीं थे कहीं विदेश में नौकरी करते थे उसके सभी भाई बहन को उसके पापा कभी कपड़ा भेजते तो वही कपड़ा पहनते उनके पास कोई पैसा नहीं रहता था खेती का ही काम करते थे उनकी मां नहीं थी उन बच्चों की मां बचपन में ही चल बस गई थी।

वह 10 साल का लड़का अपने घर में बहुत ही तंग आ गया था क्योंकि जितना भी काम करो उसका बड़ा भाई उसको मारपीट करता ही रहता था इसलिए उसने फैसला किया कि मैं भी कहीं विदेश क्यों ना चले जाओ कहीं भी कोई भी काम करके अपना पेट पाल सकता हूं सोचकर हिम्मत जुटाई अपने घर से खाली खाली हाथ अपने घर से सुबह होते ही अपना घर भाई बहन को छोड़कर चला गया

उसके गांव में रोड गाड़ी कुछ भी नहीं था उसके गांव से रोड तक पहुंचने के लिए पूरा 1 दिन लग जाता था वह भी नया नया रोड था कभी उस रोड पर गाड़ियां आती थी तो कभी-कभी रोड खराब होने की वजह से वहां तक भी गाड़ी नहीं पहुंचती थी

अपने घर से सुबह ही निकल कर पूरे दिन चलता रहा पहाड़ी पहाड़ी इलाका था चलते-चलते शाम हो गई पूरे दिन में पानी के अलावा उसने कोई भी खाना नहीं खाया क्योंकि उसके पास ना तो कोई पैसा था ना तो उसको किसी से मांगने की आदत थी।

चलते-चलते शाम हुई जोर की बारिश भी हुई बहुत बड़ा डरावना जंगल था उसने सोचा क्यों ना पेड़ के ऊपर जाकर सो जाओ रोड़ी रोड चलता आ रहा था रात हो गई थी सुनसान जगह थी दूर-दूर तक ना कोई लाइट जल रही थी ना उस रोड में गाड़ी आ रही थी कुछ भी नहीं था अकेला लड़का था उसको एक बहुत बड़ा पेड़ दिखाई दिया उसको मन ही मन डर भी था जंगल में कुछ भी आकर उसको खाना ले इसीलिए एक बहुत बड़े पेड़ में चल गया बारिश भी बहुत जोर की हो रही थी उस पेड़ के ऊपर चढ़कर बैठ गया और उसको नींद भी कमाई उसको ही पता नहीं चला

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