दुख की बात क्या जाने जिसको कभी दूख ही ना मिलाहो ,new hindi story,
दुख ऐसी चीज है अगर दुख को सहन कर पाएंगे तो आगे उसका फल भी मिलेगा दुख ही सबक सिखाता है लोगों को अगर जिंदगी में कोई दुखी ना हो शुरू से ही खुशी हो शुरू से कोई भी दुख ना हो तो जिंदगी एक बार ऐसे मोड़ लेगी उस मोड़ का सामना करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाएगा एक ऐसी कहानी है आगे पढ़िए।
एक ऑफिस में एक डायरेक्टर था उसको डायरेक्टर भी किसी एक्सप्रेस से नहीं बनाया गया था की कुछ अलग तो की वजह से उस मालिक ने उस आदमी को डायरेक्टर बनाया उसको यह भी पता नहीं है कि एक डायरेक्टर की पोजीशन क्या होती है और ऑफिस को कैसे चलाया जाता है ऑफिस नया-नया था उस मालिक ने उस पर भरोसा करके उसको डायरेक्टर बनाया शुरू शुरू में ऑफिस अच्छा ही चल रहा था क्योंकि मालिक भी शुरू में जितना भी
कर चुका होता करता ही रहता था शुरू शुरू में काम अच्छा ही चल रहा था धीरे धीरे डायरेक्टर अपने आप को बहुत ही बड़ा आदमी मरने लगा किसी की भी बात नहीं सुनता था बस अपनी ही मनमर्जी करने लगा फिर भी काम तो अच्छा ही चल रहा था क्योंकि डायरेक्टर के नीचे जो भी काम कर रहे थे सारे लोग अपनी जिम्मेवारी अच्छे से
निभाते थे इसीलिए ऑफिस भी अच्छा चल रहा था बिजनेस बहुत ही बढ़िया था थोड़े दिन बाद डायरेक्टर ऑन ऑफिसर रोको परेशान करने लगा अपने आप को बहुत ही बड़ा समझता था धीरे-धीरे एक-एक करके सारे ऑफिसर उनको अपने ऑफिस से निकाल दिया धीरे-धीरे एक-एक करके अपने रिश्तेदारों को अपने ऑफिस में
भर्ती करने लगा जॉब दिलाने लगा धीरे धीरे बिजनेस कम होता गया पैसे आने का बहुत ही कम हो गया था उसमें एक एम्पलाई उसकी भतीजी भी थी जोकि उसको कुछ भी नहीं आता था फिर भी उसको काम पर रख लिया जब
मन चाहे तब आती जब मन चाहे तब छुट्टी डाल दी फिर भी उसका पूरा का पूरा सैलरी मिल जाता उसकी भतीजी भी धीरे धीरे घमंडी हो गई जब भी मन चाहे आती जब भी मन चाहे चली जाती क्योंकि उसका अंकल डायरेक्टर है
उस ऑफिस का कुछ भी करने से भी चलता कम से कम 1 महीने में 12 दिन 15 दिन छुट्टी डाल दी तो भी उसको सैलरी पूरी की पूरी मिल जाती उस लड़की को लगा जिंदगी ऐसी ही है कुछ भी करने से हो जाता है बिना काम का
पैसा तो मिल ही जाता था उसको उसको क्या चीज की जरूरत काम करने से भी मिलता ना करने से भी मिल जाता था जितना भी छुट्टी डालो फिर भी पैसा मिल जाता तो उसको किसी भी चीज की कोई कमी नहीं थी ऐसे ही धीरे-धीरे ऑफिस बहुत ही ज्यादा डाउन हो गया मजबूरन ऑफिस को क्लोज करना पड़ा ऑफिस क्लोज होने की वजह
डायरेक्टर और उसके रिलेशन ऑफिस जितने भी स्टॉप थे सारे के सारे डायरेक्टर के रिलेशन नहीं थे जब भी मन चाहे छुट्टी डालते जब भी मन चाहे ऑफिस में आते सैलरी पूरी की पूरी लेते ऑफिस का काम सही ढंग से मन तन से करने वाला ऑफिस में कोई भी नहीं था इसीलिए ऑफिस में बिजनेस लॉस होकर ऑफिस क्लोज करना पड़ा
क्लोज होने के कुछ महीने बाद घर में प्रॉब्लम आने लगी क्योंकि जब तक ऑफिस था किसी भी तरह सैलरी मिल जाती थी ऑफिस बंद होने के बाद ना तो कोई दूसरा काम था पैसा आना बंद हो गया फिर उस लड़की ने दूसरे
जगह में शेमुषी ही तरह का ऑफिस में ज्वाइन किया सैलरी भी बहुत कम थी फिर भी मजबूरी थी तो करना पड़ा लेकिन उस ऑफिस में रूल्स इतने अच्छे थे कि टाइम से आना टाइम से जाना पूरे दिन में क्या-क्या काम किया कितना काम किया पूरा रिजल्ट देना था उस लड़की से हो नहीं पा रहा था उस ऑफिस में उस लड़की का काम
देख कर और उस लड़की को देखकर हंसने लगते थे सारे स्टाफ तब वह लड़की उन लोगों को बता दी थी कि मैं पहले ऐसे ऑफिस में थी ऐसा काम भी नहीं था क्योंकि उसको कौन सा ऑफिस में क्या काम होता है क्या करना है
उसको पता ही नहीं था पुराने ऑफिस में तो उसका चाचा ही डायरेक्टर था तो बिना काम का ही सैलरी मिलता था काम ना हो तो उसने सीखा ना तो कभी उसने काम किया काम सीखने से ही काम करने आएगा काम जब तक नहीं
सीखते उस इंसान को क्या काम करने आएगा वैसे ही सभी दिन लोगों के सामने शर्मिंदा होकर शर्माते भी अपने आप को देख कर बहुत ही नफरत होती थी उस लड़की को बहुत ही दुख हुआ बहुत ही पछताए काश मैंने काम अच्छे से सिखा होता आज यह दिन देखना नहीं पड़ता उस लड़की को 1 साल तक दुख झेलना पड़ा बहुत ही कोशिश की उस लड़की ने बहुत सारा दुख झेला लोगों की बात सुन सुन कर अपने आप को देख कर तब जाकर लड़की ने काम सिखा।।
दोस्तों एक कहानी बिल्कुल सच्ची है ऐसा ही होता है जब फ्री में बिना काम के पैसे मिल जाए तो बाला काम कौन करेगा लोगों को यह सोचना चाहिए अगर जिंदगी में पूरी जिंदगी भर ऐसे ही मिलता रहा तो बात ही अलग है लेकिन फुकट का पैसा बिना काम का पैसा कब तक मिलेगा कब तक चलेगा कौन देगा हम पैदा इसलिए हुए हैं इस धरती पर दो हाथ दो पैर के साथ दो आंख दो नाक मुंह के साथ कुछ काम करके दिखाना काम करके खाना कुछ अच्छा करना
दोस्तों कहानी यहीं पर खत्म होती है अगर आपको यह कहानी अच्छी लगती है तो शेयर जरूर कीजिए धन्यवाद।।