एक गांव में दोनों टीचर थे और एक ही स्कूल में पढ़ाते थे अच्छे दोस्त भी थे उनके बच्चे भी थे
एक टीचर का बेटा था एक टीचर की बेटी थी और वह स्कूल 10 क्लास तक का ही था क्योंकि वह एक सरकारी स्कूल था।
जिसकी बेटी थी उसको एक प्रमोशन मिला उसी स्कूल का प्रिंसिपल बन गया और दूसरा टीचर जिसका बेटा था वह टीचर मामूली टीचर ही रह गया उनकी दोस्ती देखकर उनके बच्चे भी दोस्ती करने लगे
लड़की आठवां क्लास में पढ़ती थी और लड़का नवा क्लास में पढ़ता था लड़का और 1 साल तक ही था क्योंकि 10 क्लास के बाद उसको दूसरा स्कूल या कॉलेज ज्वाइन करना था।
उस लड़के और लड़की की भी बहुत अच्छी दोस्ती थी वह दोनों ऐसी ही बात करते रहते थे हमारे पापा भी कई साल से इसी स्कूल में पढ़ाते आए हैं और उनकी अच्छी दोस्ती दी है हम दोनों भी अच्छे दोस्त हैं बचपन से ही अभी 1 साल के बाद तो मुझे तुम छोड़ दोगे क्योंकि तुम्हारा दसवीं पास नेक्स्ट ईयर होने वाला है मेरा तो और 2 साल बाकी है लड़की कहती रहती थी।
लड़का कहता था मैं दूसरे स्कूल या कॉलेज गया तो भी नजदीक के कॉलेज या स्कूल में ही जाऊंगा हमारी दोस्ती क्यों छूटेगी हम तो दोस्त ही रहेंगे हमेशा मिलते रहेंगे।
ऐसे ही चलते चलते 2 साल गुजर गया और लड़का दसवीं पास हो गया और लड़के को कोई दूसरा स्कूल या कॉलेज देखना था।
लड़की बहुत उदास थी और लड़का बहुत ही खुश था क्योंकि वह दसवीं पास हुआ था।
10वीं पास का रिजल्ट लेकर उस लड़की के पास आया और लड़की से कहा देखो मैं पास हो गया हूं
लड़की उदासी बैठी हुई थी लड़की ने कहा तुम तो बहुत खुश हो यह तो अच्छी बात है तुम पास हो गए हो लेकिन हमारी दोस्ती टूट जाएगी तुम तो कहीं दूर चले जाओगे
लड़के ने कहा मैं तुम्हें छोड़कर कहीं जाने वाला नहीं।
लड़के ने गांव के पास के कॉलेज में ही अपना 11वीं ज्वाइन किया और अच्छे से पढ़ाई भी कर रहा था और उनकी दोस्ती भी अच्छे से चल रही थी हर रोज मिलते थे धीरे-धीरे ऐसे ही 5 साल गुजर गए 5 साल के बाद लड़के ने जो भी पढ़ाई करनी थी सारी पढ़ाई खत्म कर लेती हो उसको जॉब की तलाश थी
और लड़की ने भी अपनी पढ़ाई लगभग पूरी कर ली थी वह भी जॉब ढूंढ रही थी।
लड़का भी जॉब ढूंढ रहा था।
अचानक उस लड़की के पापा ने धीरे धीरे उस लड़के के पापा के साथ दोस्ती थोड़ी कम कर दी थी दोस्ती कम करने का कारण यही था कि क्योंकि वह स्कूल का एक टीचर था और उसको इनकम भी थोड़ा ज्यादा था हर 1 साल हो पैसा जमा करता रहा कुछ ही साल में अच्छा खासा पैसा भी बना लिया था स्कूल से दोनों एक साथ आते थे धीरे-धीरे एक साथ आना एक साथ जाना भी कम कर गया था उस लड़की के बाप ने 1 दिन का देखो तुम मेरे साथ नहीं आ सकते नहीं जा सकते क्योंकि मैं स्कूल का प्रिंसिपल हूं तुम एक मामूली टीचर
उस लड़के का बाप कहता था चाहे तुम कोई भी हो प्रिंसिपल हो तो स्कूल में हो लेकिन हम तो दोस्ती है ना
धीरे-धीरे उनकी दोस्ती में दरार पड़ने लगी और कुछ एक 2 साल के बाद उनकी दोस्ती दूर हो गई और उस लड़की के पिता ने स्कूल छोड़ कर अपना खुद का बिजनेस शुरू किया और उस बिजनेस में उसको अच्छा प्रॉफिट भी हुआ
उसके बाद तो लड़की का पिता बहुत ही ज्यादा पैसा वाला हो गया और अपने दोस्त से कभी मिलता भी तो उसे पहचानने में इंकार कर देता था।
लड़की के पिता ने लड़की को समझाया देख बेटी तुम उस लड़के से दोस्ती कम करो उसके पिता से मैंने भी पहले दोस्ती की थी क्योंकि अब वह लोग बहुत ही छोटे हैं हम बहुत आगे निकल गए हैं हम लोगों को हमारे बराबर का है लोगों के साथ उठना बैठना ठीक रहेगा उसके लड़के से मत मिल यह सब ठीक नहीं है
लेकिन लड़की और लड़का एक दूसरे से love प्यार करते थे बहुत ही ज्यादा love प्यार करते थे लड़की कुछ दिन तक तो अपने पापा की बात ऐसे ही डाल देती थी और उस लड़के को छोड़ भी नहीं पाती थी उस लड़के को बताने मैं भी उसको डर लगता था क्योंकि वह बचपन का दोस्त भी था और उसका love प्यार भी।
1 दिन उस लड़के ने उस लड़की को पूछा
अब तो हम दोनों बड़े भी हो गए हैं हमारी
Love story, बहुत ही अच्छी है क्योंकि हम बचपन से ही एक ही स्कूल में पढ़े हैं और एक ही गांव के भी है तुम्हारे मेरे पिताजी भी दोस्त रहे हैं Is love story ko ham rishte mein badalna chahie kya kahati ho tum
लड़की ने कहा वह सब तो ठीक है लेकिन मेरे पापा नहीं मानेंगे
लड़का कहता है क्यों नहीं मानेंगे आखिर तुम्हारे मेरे पिताजी भी तो दोस्त थे।
लड़की कहती है और सब ठीक है लेकिन मेरे पापा को मनाना बहुत ही मुश्किल है।
लड़का कहता है kya tum tum bhul gai Ho hamari love story kitni acchi aur aur kitni purani interesting hai is Love story ko humne Jinda rakhna hoga
लड़की कहती है वह सब ठीक है लेकिन मेरे पिताजी को कैसे मनाऊं मुझे यह समझ में नहीं आ रहा।
लड़का कहता है तुम्हारे पिताजी से मैं बात करूंगा।
लड़की कहती है ठीक है एक बार ट्राई कर लो।
दूसरे दिन लड़की के पिता से मिलता है और कहता है अंकल कैसे हो लड़की के पिता कहते हैं हां बस सब ठीक है तुम कैसे हो कैसे आना हुआ
लड़का अपनी और उनकी बेटी Puri love story sunata hai
लड़की का पापा बिल्कुल भी उसमें मंजूर नहीं था और उस लड़के को अपने घर से तेरी यह हिम्मत meri beti ki love story sunata hai tu कह कर अपने घर से धक्के मार कर निकाल देता है।
और उस लड़की ने भी उस लड़के को कहा मैंने तो तुमसे पहले ही कहा था कि मेरे पिताजी नहीं मानेंगे तुमने सुना ही नहीं अब से मुझसे मिलने की कोशिश मत करना मुझे भी भूल जाओ tumhari love story ko bhi
लड़का है ऐसे ही घर चलाता है और दूसरे दिन लड़की से मिलता है
लड़की से कहता है कि तुम्हारे पिताजी इतने गुस्से वाले कैसे हो गए पहले तो अच्छे थे ना
उस लड़की ने कहा देखो अब मेरे से बात मत करो तुम्हारी बात तुम्हारे तक ही रहनी ठीक है मैं तुमसे नफरत करती हूं
Ladka kehta hai kyon main kya किया
लड़की कहती है मेरे पिताजी ठीक कहते हैं तुम गरीब लोग पहले जहां थे वहीं के वहीं हो देखो मेरे पिताजी को पहले कहां थे आप कहां हैं मैं अगर तुमसे शादी करूंगी तो इंसल्ट तो मेरे पापा की होगी ना मेरे पापा की एकलौती बेटी हूं इसीलिए मैं मेरे पापा जहां शादी करेंगे जिस भी लड़के से शादी करेंगे उसी से करूंगी
भाड़ में जाओ bhad mein jaaye tumhari love story क्या करूं उस लड़के को ठुकराया और उस लड़के ने एक बात पूछा कि हमारे पास तुम्हारे जितना दौलत नहीं है इसीलिए तुम ठुकराना चाहती हो apni love story ko
लड़की ने कहा तुमने सही समझा तुम मेरे लायक नहीं हो तुम कभी भी आगे नहीं बढ़ सकते लड़की ने बहुत ही गंदी गाली और बहुत सारे लोगों के सामने उस लड़के की बजट की और उस दिन से ना लड़का लड़की से मिला ना लड़की लड़के से मिले और लड़के ने अपने पापा को यह सारी बात बताई और उसके पापा ने भी अपनी पूरी बात बताई अपने दोस्त के बारे में तो गांव छोड़कर शहर चले गए दोनों
शहर जाने के बाद दोनों बाप और बेटे ने छोटा सा कारोबार शुरू किया 3 साल के अंदर ही उन्होंने इतना पैसा कमाया इतना पैसा कमाया की उनके सामने उस लड़की का बाप और वह लड़की तो कुछ भी नहीं 3 साल के बाद अपने गांव ऐसे ही घूमने आया और लड़का और उस लड़के का बाप उसी दिन उस लड़की की मंगनी होने वाली थी किसी के साथ
उस लड़के के पापा ने गांव वालों के मुंह से सुना कि उसके दोस्तों की बेटी की मंगनी होने वाली है उसी दिन तो उस लड़का के बाप अपना दोस्त मान कर उनके मांगने पर गया लेकिन उस लड़की का बाप ने उसको तुम्हें तो हमने बुलाया ही नहीं क्यों आए हो तुम लोग कह कर सबके सामने बेइज्जत करके वहां से निकाल दिया
उस लड़की की मंगनी किसी और लड़के से हो गई
कुछ ही दिन बाद शादी होने वाली थी लेकिन वह लड़का फ्रॉड निकला उसके पास कोई भी कुछ भी पैसा भी ऐसा कुछ भी नहीं था गुंडा मवाली था और मेरे पास यह है वह है कहकर झूठे मां-बाप को दिखाकर झूठे मां-बाप बनाकर उस लड़की को फसाना चाहता था उस लड़की और उस लड़की का पिता को फंसा कर शादी करना चाहता था लेकिन उससे पहले उस लड़की के पिता ने पूरी बात पता कर ली
उस लड़की के पिता ने अपने दोस्त के बारे में कुछ भी जाना नहीं और पूछा भी नहीं इतना बड़ा आदमी हो गया उसको पता ही नहीं था 1 दिन की बात है वह लड़की और उसके पिताजी कहीं दूर से अपनी कार में आ रहे थे साथ में ड्राइवर भी था और उनकी गाड़ी खराब हो गई क्योंकि गांव का रास्ता था ज्यादा गाड़ी आती जाती नहीं थी थोड़ी ही देर बाद लड़का और लड़के का बाप और उनसे उनका ड्राइवर एक कार में आ रहे थे बड़ी कार थी उन्होंने उस कार को देखकर वहां पर अपने ड्राइवर को रोकने के लिए कहा
देखा तो वही लड़की और वही उसका पुराना दोस्त है फिर भी उस लड़के के पिता ने उसको कहा अरे भाई साहब क्या हुआ उसने कहा हमारी गाड़ी खराब हुई है
उस लड़के के पिता ने अपनी गाड़ी में बैठने के लिए कहा दोनों बाप बेटी को हम छोड़ देंगे आपको घर तक कहा और उनकी कार में बैठी गाय थोड़ी दूर जाते हैं उस लड़की के पिता ने पूछा यह किसकी कार है लड़के के पिता ने कहा क्यों पूछ रहे हो किसकी कार है इस कार में हम बैठे हैं तो हमारी एक कार होगी ना भाई साहब
दोनों के love story
फिर उसने पूछा तुम्हारी कार कैसे तुम कहां क्या कर रहे हो कैसे हो क्या हो पूरी हालचाल पूछे तो उसको पता चला कि लड़की के पिता से भी ज्यादा पैसे वाला हो गया था यह सारी बात उनकी सुनने के बाद पछतावा हुआ लड़की के पिता को और माफी मांगने लगा मैंने तुम्हारी इंसल्ट की है मुझे माफ कर दो
लड़की ने भी उस लड़के से माफी मांगे क्योंकि अपने पिताजी की बात टाल नहीं सकती थी और उसी बीच उसको अपने पिताजी के दौलत से घमंड भी था लेकिन उससे भी बड़ा वह लड़की का पिता और लड़का निकला तो उनके सामने झुकना पड़ा दोनों माफी मांगते रहे।
लड़के के पिता ने कहा देखो भाई साहब अभी मैं जो कुछ भी हूं तुम्हारे वजह से ही हूं तुम हम दोनों बाप बेटों को ऐसा नहीं करते तो शायद हम जहां थे वहीं रहते तुमने ही हमें आगे बढ़ाया है तुम्हारे बातों से ही हमें आगे बढ़ने का हौसला मिला है और कुछ करने करके दिखाने का हमारे मन में सवाल आया और हमने कर भी दिखाया यह आपका ही फल है।
फिर उस लड़की के पिता ने माफी मांगते हुए सर सिर झुकाते हुए कहा क्यों ना हमारे बच्चों की शादी धूमधाम से कराई जाए
आखिर उन दोनों के ही धूमधाम कर शादी हुई और वह लोग बहुत ही खुश है।