Story in Hindi, सौतेली मां की स्टोरी हिंदी

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 दोस्तों अगर आप हमेशा अच्छा सोचे किसी का भी भला सोचे अच्छा काम करें तो अच्छा ही होगा आइए इस कहानी में होता है क्या?

Story in Hindi, सौतेली मां की स्टोरी हिंदी

एक गांव में एक अच्छा परिवार था जो कि बहुत खुश था पति पत्नी भी बहुत खुश है और उनका एक बेटा एक बेटी खुशहाल परिवार था

कुछ दिन बाद एक एक्सीडेंट में उनकी पत्नी दोनों बच्चे की मां गुजर गई

कई दिन तक उसने अपने बच्चों को पाला पोषा लेकिन गांव वाले उसको हर बार कहते थे कि बच्चे छोटे हैं तुम शादी कर लो बच्चों की देखभाल करने के लिए एक माही कर सकती है इतने छोटे बच्चे का ख्याल माही रख सकती है गांव वालों ने बहुत जोर किया उसको शादी करने के लिए और कोई गांव वाला शादी की ही बात करता रहता था।

मन नहीं मन करता रहता था कि अगर कल को मेरे बच्चों को कोई तकलीफ ना हो यही सोचकर उसने 3 साल तक शादी नहीं की गांव वालों की बात चलता रहा

सुबह शाम को बच्चों की देखभाल करके दिन में अपना बिजनेस भी संभालता था कभी अपने ऑफिस में लेट होने पर छोटे-छोटे बच्चे उसका इंतजार करते हैं बच्चे जैसे ही वह ऑफिस से आया था रोते थे

फिर उसने सोचा शादी करना ही ठीक रहेगा कहकर गांव वालों को कहा कि आप लोग ठीक कहते हो मुझे शादी करनी चाहिए

फिर एक दिन एक गांव वाला एक उसका पड़ोसी आकर उसने कहा हमारे दूसरे गांव में एक लड़की है उसका परिवार तो बहुत ही गरीब है लेकिन लड़की अच्छी है तुम मुझसे शादी कर लो और तुम्हारे बच्चे की दिलवाले अच्छे से करेगी

अगले दिन उस गांव में जाकर और बातचीत करता है अगर आप लोगों को कोई भी एतराज नहीं है तो आपकी बेटी का हाथ मुझे दे दो मेरे छोटे-छोटे दो बच्चे हैं

पुष्कर के परिवार ने खुशी-खुशी कहा कि इतने बड़े घर में हमारी बेटी बहू बनकर जाएंगे तो हमें भी खुशी होगी हमें मंजूर है 

फिर उसने कहा एक बार आपकी बेटी से ही पूछ लीजिए क्योंकि उनको भी कोई एतराज नहीं है तो ठीक है क्योंकि शादी तो उनको करनी है

उसके घर वाले ने कहा अपनी बेटी से वीडियो तुम शादी के लिए राजी हो

बेटे ने कहा हां मैं राजी हूं

फिर दोनों की शादी हो गई और अपने घर चली गई

वह दोनों अच्छे खुशी दे और दोनों बच्चे की अच्छे से ख्याल भी रखती थी उसका पति भी बहुत ही ज्यादा खुश था क्योंकि वह दोनों बच्चे की सेवा और ख्याल बहुत अच्छे से रखती थी

कुछ दिन बाद उसका भी बेटा पैदा हुआ जब से उसका बेटा पैदा हुआ है तब से उसके दोनों बच्चों को उतना देखभाल नहीं करती थी धीरे धीरे उन दोनों बच्चों का स्कूल भी छुड़वा लिया घर का सारा काम करवाने लगीी

Story in Hindi, सौतेली मां की स्टोरी हिंदी

और बच्चों को डांटते भी थी और डराती हुई थी अगर तुम हमसे काम करवाती है हमारी मां ऐसा तुम्हारे पापा से कहोगे तो मैं तुम्हें जान से मार डालूंगी ऐसा कह कर डराने लगी

बेटा बड़ा था बेटी छोटी थी दोनों घर का पूरा काम करने लग गए थे स्कूल तो पहले ही छुड़वा लिया था

अब वह दोनों बच्चे बड़े हो गए और उसने सोचा कि अब दोनों बच्चों में से बेटा बड़ा था लेकिन उसके छोटी बहन की शादी कराने के लिए सोच रही थी।

एक दिन उसने अपने पति से कहा कि अब बेटी की शादी करवा दीजिए बेटी बड़ी हो गई है बेटा बाद में शादी कर लेगा

उसने कहा ठीक है तुम रिश्ता देखो मैं तैयारी करता हूं और तैयारी के लिए दूर शहर चला गया था पूरा इंतजाम भी कर लिया था शादी के लिए लेकिन वहां से आते वक्त उसका पति भी एक्सीडेंट में मर जाता है।

फिर 1 साल तक रुक जाता है और एक बड़े घर में उस लड़की की शादी कर लेते हैं वह यह सोचकर उस घर में उसको शादी करवाई थी कि उसको बहुत सारा उसको दुख तकलीफ मिले क्योंकि उस घर में बहु बनने जा रही थी वहां पर उसके हस्बैंड के साथ बहन थे इसलिए उसको लगा कि ए लोग इसको बहुत परेशान करेंगे और इसको दुख तकलीफ मिलेगा ऐसा सोचकर उसकी सौतेली मा ने उस घर में उसकी शादी करवा दी।

फिर एक दिन को अपनी सौतेली बेटी के घर जाती है उसका हाल चाल देखने के लिए सुनने के लिए जैसे ही वहां पर पहुंचती है तो उसकी सौतेली बेटी की सास सोफे पर बैठी रहती है

और कह दिया मेरी बेटी कैसी है मैं मेरी बेटी से मिलने आई हूं

उसके बेटे की सांस कहती है आइए आइए बैठी है हमारी बहू तो अभी आराम कर रही है तुम्हारे लिए नाश्ता चाय पानी के लिए मेरी बेटियां हैं मैं उनको बोल देती हूं।

नहीं नहीं कोई जरूरत नहीं है उसको आराम करने दीजिए कहकर वह वापस आ गई और बहुत ही गुस्से में थी

क्यों गुस्से में थी आपको पता है

वह इसलिए गुस्से में थी कि उसको उस घर में बहुत ही दुख और तकलीफ मिले इसीलिए उस घर में शादी करवाई थी उसने लेकिन वहां पर तो उसको अपनी बेटी से भी ज्यादा प्यार मिला है उसकी खुशी देख नहीं पाए इसीलिए वह गुस्से में थी

थोड़े ही दिन बाद उसके सौतेले बेटे ने भी अपनी मर्जी से शादी कर ली और अपनी बीवी को लेकर घर आया

लेकिन उसने अपने सौतेले बेटे और बहू को घर से निकाल दिया जब तक तुम्हारे पापा थे तब तक तुम्हारा हक था इस घर में अब यह मेरा घर है तुम्हें इस घर से कुछ भी मिलने वाला नहीं है एक तो तुमने अपनी मर्जी से शादी की है इसलिए अभी तुम इस घर में नहीं रह सकते कहकर उस सौतेले बेटे और बहू को भी घर से निकाल दिया।

दोस्तों जैसी करनी वैसी भरनी अब देखिए आगे होता है क्या?

कुछ दिन बाद उसका बेटा भी शादी कर लेता है उसका खुद का बेटा शादी धूमधाम से होती है और उसकी बहू ऐसी होती है कि किसी की भी नहीं सुनती थी बस अब अपनी ऐसो आराम चाहती थी।

ऐसे ही करते करते उसके बेटे और उसकी बहू ने जो कि उसका खुद का बेटा और खुद की बहुत ही उन दोनों ने अपनी मां की तरहा कोई भी काम नहीं किया बस घर में जो है उसको खत्म किया जमीन जायदाद बेचकर ऐसो आराम किया जब घर में सब कुछ खत्म हो गया एक भी पैसा बाहर से आने वाला नहीं था तब उसके ही बेटे ने अपनी मां को उसी घर में अकेला छोड़ कर जो भी बचा हुआ था वैसा जायदाद जो भी था सारा कुछ लेकर उसका बेटा और बहू उसको अकेला छोड़ कर वहां से भाग गय 

कुछ दिन बाद उसका सौतेला बेटा अपनी बहन का हाल क्या है कैसी है मेरी बहन यह सोचकर अपनी बहन के घर गया

उसकी बहन बिल्कुल खुश थी और उसकी बहन ने कहा कि भैया अभी मां कैसी है

उसने कहा मैंने शादी अपनी मर्जी से किया था इसलिए मुझे मां ने घर से निकाल दिया तब से मैं उनसे मिला नहीं हूं

थोड़े दिन बाद दोनों भाई बहन अपने पापा के घर जाते हैं और वहां पर अपनी सौतेली मां को मिलने के लिए

उनकी सौतेली मां अकेली बिस्तर पर लेटी हुई थी बहुत ही बीमार थी

उसका सौतेला बेटा और सौतेली बेटी दोनों अपनी सौतेली मां से पूछते हैं मां यह सब कुछ कैसे हुआ वह कहती है मैंने बहुत बड़ी गलती की है आप दोनों तो बहुत अच्छे हैं मेरा शक का बेटा ही मुझे धोखा देकर अकेला ही मरने के लिए छोड़ दिया यह तो मेरी बहुत बड़ी गलती है मैंने तुम लोगों के साथ गलती की है मुझे माफ करो

फिर उसके सौतेला बेटा और सौतेली बेटी दोनों ने उस सौतेली मां की सेवा की उसका इलाज किया और अच्छे से अपने घर में रखा

दोस्तों जिसका कोई भी नहीं होता उसका भगवान होता है यह तो सही कहते हैं लेकिन लोग क्या-क्या सोचते हैं और क्या करते हैं आगे क्या होगा यह तो कोई भी नहीं जानता लेकिन किसी से भी अच्छा करना अच्छे से बात करना और अच्छे से रहना ही अच्छा होता है यह हर किसी को पता है फिर भी लोग नहीं करते

आप जरा सोचिए उस औरत ने अपने बेटे से क्या पाया और अपने सौतेले बेटे से क्या पाया और बेटी से भी

दोस्तों यह कहानी आपको अच्छी लगे तो शेयर जरूर कीजिए ऐसी ही कहानी और आपको चाहिए अच्छी लगती है अच्छी लगी है तो शेयर जरूर कीजिए धन्यवाद

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