मेरी पहली मोहब्बत |
Meri pehli mohabbat Hindi मेरी पहली मोहब्बत
जनवरी का महीना था मैं 18 साल का था लड़की 19 साल की थी उस लड़की से मैं पहली बार मिला दो मुझे इतना अच्छा तो नहीं लगा मैंने उसके बारे में कुछ सोचा भी नहीं था उस लड़की को मैं पहचानता भी नहीं था पता चला अपने ही रिलेशनशिप की लड़की है कुछ लोगों ने मुझसे मजाक मजाक में कहा लड़की अच्छी है शादी कर लेना उससे तब 18 साल की उमर में मुझे समझ नहीं आया कभी-कभी लड़की वही लड़की दिखती थी मुझे तो बातें करते थे जान पहचान हो गई थी धीरे-धीरे कब उससे प्यार हो गया मुझे पता ही नहीं चला मैंने उस लड़की को कहा भी नहीं था कि मैं तुमसे प्यार करता हूं लेकिन अंदर ही अंदर मैं उससे प्यार करने लग गया था मुझे ही पता नहीं था एक बार किसी लड़के से अपने घर के पास ही बैठकर कुछ बातें कर रही थी मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा अपने आप पर गुस्सा भी आने लगा और उस पर भी गुस्सा आने लगा उस लड़की पर भी गुस्सा आने लगा मुझे कुछ दिन बाद वह लड़की मुझसे मिली तो मैंने कहा तुम्हारे साथ बैठा हुआ था
वह दिन लड़का वह कौन है लड़की बोली तुम्हें क्या है वह लड़का कोई भी हो तुम्हें क्या लेना देना उससे मुझे थोड़ा गुस्सा आया और मैंने बोला उस लड़के से तुम क्या बात कर रही थी वह कौन था लड़की बोली क्यों पूछ रहे हो मैं किसी के साथ भी बैठ सकती हो तुम्हें क्या है।
मैंने कहा कुछ नहीं चुपचाप चला गया फिर भी मैं उस लड़की को देखने से गुस्सा भी आता था और नहीं देखने से मुझे देखने का मन भी करता था 1 दिन भी नहीं देखा तो अच्छा नहीं लगता था देखा तो गुस्सा भी आता था मैं परेशान सा हो गया था कि आखिर मुझे क्या हुआ क्योंकि हर किसी को जब प्यार होता है खुद को ही पता नहीं रहता धीरे-धीरे पता चलता है और किसी को एक बार ही सच्चा प्यार होता है जो पहला प्यार होता है वही सच्चा प्यार होता है
उस लड़की को एक दिन मैंने बोला अपने बारे में मुझे ऐसा होता है तुम्हें क्या लगता है मेरे बारे में कुछ बता सकती हो लड़की ने उस दिन कुछ भी नहीं बताया थोड़े ही दिन बाद मैंने कहा मैं शादी करने वाला हूं तो लड़की बोली चलो अच्छी बात है ना ऐसे ही हंसी मजाक होता रहता था वैसे ही करते-करते 2 साल भी गुजर गए तभी मैंने उसको नहीं कहा कि मैं तुमसे प्यार करता हूं 2 साल गुजर जाने के बाद भी मुझे हिम्मत नहीं हुई कि मैं तुमसे सच्चा प्यार करता हूं क्या मुझसे शादी करोगी क्योंकि मेरे से 1 साल बड़ी थी लड़की मैं लड़की से छोटा था
फिर भी मैं उससे बहुत प्यार करने लग गया था एक दिन मैंने कह दिया कि अगर तुम बुरा ना मानो तो मेरे से 1 साल बड़ी हो तुम भी मैं तुमसे प्यार करता हूं इतना प्यार करता हूं कि 1 दिन भी तुम्हें नहीं देखता हूं तो मैं पागल सा हो जाता हूं देखने के बाद ही मुझे सुकून मिलता है और लड़की ने कहा क्यों ऐसा होता है मैंने कहा मुझे पता नहीं प्लीज मुझे बता दो तुम भी अगर मुझसे प्यार करती हो
तो थोड़ा सा भी दो मुझे बता दो ना लड़की ने कहा मैं कुछ भी पता नहीं सकती अचानक से प्यार हो गया तुम्हें इतना कहकर लड़की चली गई मुझे बहुत ही ज्यादा गुस्सा आने लग गया यह दिन मैंने कहा मैं तुम्हारे पीछे पीछे आता हूं और तुमसे बात करता हूं कुछ पूछता हूं तो तुम उसका सही जवाब नहीं देती अगर तुम मुझसे प्यार नहीं करती तो तुम्हारे दिल में मेरे लिए थोड़ी सी भी जगह नहीं है तो तुम मुझ को गाली दे दो ऐसी गाली दो कि मैं उस काली को याद करके तुम्हें भूलने की कोशिश करो लेकिन यह भी असंभव है फिर भी तुम्हारी जुबान से जो भी गाली सुन लूंगा
याद करूंगा मुझे मिलने की थोड़ी मदद मिलेगी प्लीज मुझे बता दो उसने गाली भी नहीं थी और मैं तुमसे प्यार करते हो भी नहीं बोली 2 महीने गुजर गए उसके बाद मैंने कहा ठीक है मैं यह देश छोड़कर कहीं दूसरे देश जाता हूं अभी यही लास्ट है मैं तुमसे कभी भी नहीं आऊंगा और इस देश को हीजा रहा हूं घर से मैं तैयार होकर आ गया हूं एक बार तुम्हें मिलने के लिए दिल कर रहा था इसलिए तुम्हारी राय भी जान लो फिर भी तुम मुझसे प्यार नहीं करती हो तो मैं कभी भी तुम्हारे पीछे नहीं आऊंगा और तुमसे मिलने भी नहीं
आऊंगा क्योंकि मैं यह देश छोड़कर ही जा रहा हूं उसने मजाक में ले लिया और कहा तो जाओ मुझे क्या है मैंने कहा प्लीज आखरी बार मुझे कुछ गाली दो ताकि मैं याद करके तुम्हें भूलने की कोशिश कर सकूं फिर भी मैं विदेश तो जा ही रहा हूं लेकिन तुम्हारी याद मुझे सताती रहेगी मुझे गाली दो फिर भी उसने मजाक में लिया अरे मैं तो पढ़ा रोते-रोते उसको बोला थोड़ी सी मुस्कान तो हुई थी लड़की लेकिन उसने कुछ कह नहीं पाए थोड़ी देर में उनकी मम्मी आई और का बेटा कहां जा रहे हो
पूरी तैयारी करके देख ले के हाथ में मैंने कहा हमेशा के लिए नहीं दूसरे देश जा रहा हूं क्योंकि मैं उसकी मां से कभी भी झूठ नहीं बोलता था तभी वह समझ गई कि यह सच में कहीं जा रहा है मैं वहां से बाय बाय बोल कर थोड़ी दूर गया लड़की भाग कर आई रोने लगी मैं भी तुमसे प्यार करती हूं लेकिन मैं तुमसे बोलने के लिए कपड़ा दीदी कैसे बोलूं मैं रिजवान में आता ही नहीं था कि मैं तुमसे प्यार करती हूं मैं तो बहुत
पहले से ही तुमसे प्यार करती हूं मगर हूं मैं लड़की हूं ना बोलने की हिम्मत ही नहीं रहती प्लीज मुझे छोड़कर मत जाओ मैं तुमसे शादी करना चाहती हूं तुम्हारे साथ जिंदगी बिताना चाहती हूं तब मेरा दिल खुश हो गया और विदेश जाने का प्लान छोड़कर मैं उससे शादी करने के लिए तैयार हो गया लेकिन उसके और मेरे घरवाले तो मरने वाले नहीं है ऐसा हमारा कहना था हमारी सोच थी इसीलिए हमने लव मैरिज की अभी लव मैरिज किए हुए 17 साल गुजर गए मेरे पास एक बेटा और एक बेटी है बेटा और बेटी भी बड़े हो गए हैं अभी तक सब कुछ अच्छा ही चल रहा है आखिर मेरा सच्चा प्यार जीत गया
दोस्तों सच्चा प्यार सच्चाई होता है ज़ी टीवी सच्चे प्यार की होती है यह मेरी सच्ची प्यार की कहानी है पहली और आखिर प्यार की कहानी
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